राम जी के भजन | Ram Bhajan | Shree Ram Bhajan

चित्र
राम जी के भजन राम का नाम लेते-लेते मेरी उमरिया बीती जाए राम का नाम लेते-लेते, मेरी उमरिया बीती जाए, हे प्रभु! आप कब मिलेंगे, अब तो दर्शन दीजिए। हर सुबह हर शाम पुकारूं, तेरी राहों में मैं निहारूं। मन में आस जगी है प्यारे, कब आओगे मुरारी? भक्ति में जीवन बिता दिया, अब तो दर्शन दीजिए। राम का नाम लेते-लेते, मेरी उमरिया बीती जाए… मंदिर-मंदिर दीप जलाए, हर गली हर द्वार बुलाए। भजन गाकर, ध्यान लगाकर, तेरी महिमा गाए। अब तो आओ हे कृपालु, मुझको दर्शन दीजिए। राम का नाम लेते-लेते, मेरी उमरिया बीती जाए… तेरी लीला अपरंपार, संत-जन भी कहें बार-बार। जो भी तेरा नाम पुकारे, उसका हो उद्धार। मैं भी तेरा दास प्रभु, अब तो कृपा दीजिए। राम का नाम लेते-लेते, मेरी उमरि...

श्री दुर्गा माँ की आरती | Durga Maa Aarti

श्री दुर्गा माँ की आरती

  • जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
  • तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥
  • मांग सिंदूर बिराजत, टीको मृगमद को।
  • उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रबदन नीको॥
  • कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै।
  • रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै॥
  • केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्परधारी।
  • सुर-नर मुनिजन सेवत, तिनके दुःखहारी॥
  • कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती।
  • कोटिक चंद्र दिवाकर, राजत समज्योति॥
  • शुम्भ निशुम्भ बिडारे, महिषासुर घाती।
  • धूम्र विलोचन नैना, निशिदिन मदमाती॥
  • चण्ड-मुण्ड संहारे, शौणित बीज हरे।
  • मधु कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे॥
  • ब्रह्माणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी।
  • आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी॥
  • चौंसठ योगिनि मंगल गावैं, नृत्य करत भैरू।
  • बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू॥
  • तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता।
  • भक्तन की दुःख हरता, सुख सम्पत्ति करता॥
  • भुजा चार अति शोभित, खड्ग खप्परधारी।
  • मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी॥
  • कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती।
  • श्री मालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योति॥
  • अम्बेजी की आरती जो कोई नर गावै।
  • कहत शिवानंद स्वामी, सुख-सम्पत्ति पावै॥
  • जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
  • तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥

Our other websites

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मनसा महादेव व्रत कथा | Mansha Mahadev Vrat Katha in Hindi

श्री शिव जी आरती | Shiv Aarti in Hindi

बुधवार की आरती | Budhwar Aarti in hindi | बुधदेवजी की आरती | Budhdev Arti in hindi